
अपने बयानों को लेकर अकसर चर्चा में रहने वाले सुभासपा (SBSP) प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को सोमवार को बड़ा झटका लगा. तब सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सहित 30 लोगों सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. अब पार्टी में बगावत की खबरें आने के बाद ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर का बयान सामने आया है.
अरुण राजभर ने कहा, “सुभासपा एक प्रयोगशाला है. ओम प्रकाश राजभर ने उन्हें राजनीति सीखाई और उन्हें राजनीति में लेकर आए. हमें नहीं मालुम की इन्होंने अचानक इस तरह का फैसला क्यों लिया.
वे हमारे साथी थे और लंबे समय तक हमारे आंदोलन को आगे बढ़ाने का काम किया. लेकिन कुछ वजह रही होगी, कार्यकर्ता किसी एक वजह पर नाराज रहे होंगे.”
ओपी राजभर के बेटे ने कहा, “हम जानकारी लेने में लगे हुए हैं कि वे किस वजह से नाराज थे. हम उनसे बात करने में लगे हुए हैं. उन्हें भी हमसे बात करनी चाहिए वे क्यों नाराज थे और क्या कमियां हैं.
अगर किसी कार्यकर्ता के वजह से नाराजगी हुई है तो हम बीच में नया रास्ता निकालने की कोशिश करेंगे. लेकिन अगर ऐसा हुआ है तो मुझे लगता है किसी न किसी विपक्षी पार्टी के इशारों पर इस तरह का खेल हुआ है. ये अचानक ऐसा नहीं हो सकता हैं.”
उन्होंने कहा कि मैंने खुद कुछ समय पहले बात की थी. उनकी संख्या 25 बताई जा रही है लेकिन उसमें हमारी पार्टी के केवल तीन ही नेता हैं. बाकी लोग हमारी पार्टी में पहले टिकट के लिए आए थे, उसके बाद वे चले गए थे.
कुछ ऐसे लोग भी थे जो दूसरे दलों में थे वे हमारी पार्टी की छवि खराब करने के लिए आए थे. कुल मिला जुलाकर दो या तीन लोग ही हैं जो पार्टी छोड़कर जा रहे हैं.