कोरोना संक्रमण और मंकीपॉक्स की दहशत से अभी निजात नहीं मिली कि अब टोमेटो फ्लू और स्क्रब टायफस ने लोगों में दहशत फैलानी शुरू कर दी है. तमिलनाडु और उड़ीसा के बाद उत्तर प्रदेश भी इसकी जद में आने लगा है. जिसे लेकर मुरादाबाद में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है.
वहीं जिला अस्पताल के साथ सामुदायिक-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बुखार के मरीज बढ़ने लगे हैं. जिसे देखते हुए मरीजों को गंभीरता से परीक्षण कराने के निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि टोमटो फ्लू का खतरा छोटे बच्चों में सबसे अधिक दिखाई पड़ रहा है.
उधर, स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कहा गया कि यदि मरीज को 101 डिग्री फारेनहाइट से अधिक बुखार आए तो स्क्रब टायफस की जांच कराएं। इसके अलावा मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया, जैपनीज इंसेफ्लाइटिस के मरीज मिले या फिर 101 डिग्री फारेनहाइट से अधिक बुखार के मरीज के शरीर पर रैशेज, पीलिया, पेट दर्द, पेशाब में कमी, रक्तचाप में कमी, यूरिनरी लक्षण दिखें तो स्क्रब टायफस की जांच कराना जरूरी है.
वहीं टोमेटो फ्लू को लेकर कहा गया कि मेडिकल टर्मिनोलाजी में टोमेटो फ्लू एक तरह की हाथ-पैर और मुंह की बीमारी है. इस बीमारी का असर हाथ, पैर और मुंह पर दिखाई देता है. केरल में निकले मरीज की त्वचा पर लाल निशान के साथ बड़े बड़े दाने दिखाई दे रहे थे.
लाल फफोले पड़ने से बीमारी का नाम टोमैटो फ्लू रखा गया है। इस बीमारी में थकान, मितली, उल्टी, दस्त, बुखार, पानी की कमी, जोड़ों की सूजन, शरीर में दर्द और सामान्य इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं.